बी.सी.पाल ने
एनी.बेसेंट ने
सी.आर.दास ने
मदन मोहन मालवीय
दिसम्बर 1920 में नागपुर में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन में असहयोग प्रस्तावित से सम्बन्धित लाला लाजपत राय एवं चितरंजन दास ने अपना विरोध वापस ले लिया। गांधी जी ने नागपुर में कांग्रेस के पुराने लक्ष्य अंग्रेजी साम्राज्य के अंतर्गत स्वशासन के स्थान पर स्वराज का नया लक्ष्य घोषित किया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो स्वराज के लक्ष्य को अंग्रेजी साम्रज्य के बाहर भी प्राप्त किया जा सकता है। नागपुर अधिवेशन का ऐतिहासिक दृष्टिकोण से इसलिए महत्व है क्योंकि यहां पर वैधानिक साधनों के अन्तर्गत स्वराज प्राप्ति के लक्ष्य को त्यागकर सरकार का सक्रिय विरोध करने की बात स्वीकार की गई।
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