एच.एन.ब्रेल्सफोर्ड
जी.स्लोकोम्ब
वेब मिलर
जैम्स पेटर्सन
दांडी मार्च से अभिप्राय उस पैदल यात्रा से है, जो महात्मा गाँधी और उनके स्वयं सेवकों द्वारा 12 मार्च 1930 ई. को प्रारंभ की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य था अंग्रेजों द्वारा बनाए गए नमक कानून को तोड़ना। गाँधी जी ने अपने 78 स्वंय सेवकों, जिनमें वेब मिलर भी एक था, के साथ-साथ साबरमत्ती आश्रम से 358 किलोमीटर दूर स्थित ढ़ांडी के लिए प्रस्थान किया। लगभग 24 दिन बाद 6 अप्रैल 193. ई. को ढ़ांडी पहुँचकर उन्होंने समुद्रतट पर नमक कानून को तोड़।
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