चिंतामणि
मदन मोहन मालवीय
मोतीलाल नेहरु
तेज बहादुर सप्रू
तेज बहादुर सप्रू और श्री जयकर के प्रयत्नों से 17 फरवरी 1931 को दिल्ली में गाँधीजी व इरविन के बीच बातचीत आरंभ हुई और 5 मार्च, 1931 को दोनों में एक समझौता हो गया। गाँधी-इरविन-पैक्ट की मिश्रित प्रतिक्रिया हुई। गाँधी जी ने इसे उचित बताया। क्योंकि पहली बार सरकार ने भारतीय नेताओं के साथ समानता के सार पर बातचीत की थी।
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