वृहद् परियोजनाओ से
लघु एवं वृहद् परियोजजनाओ से
लघु परियोजनाओं से
मध्यम परियोजनाओ से
भारत की सिंचाई क्षमता का सर्वाधिक भाग पूरा होता है, मध्यम परियोजनाओं से। 2000 से 10000 हेक्टेयर तक खेती योग्य भूमि की सिंचाई क्षमता वाली परियोजनाओं को मध्यम परियोजना के अंतर्गत रखा जाता है और 10000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र की सिंचाई क्षमता वाली पिरयोजना को वृहद श्रेणी में वर्गीकृत किया जाता है।
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