ओस चाटे प्यास नहीं बुझती - बड़े काम के लिए विशेष प्रयत्न की जरुरत होती है
कढ़ाही से गिरा, चूल्हे में पड़ा - एक आपत्ति से छूटकर दूसरी विपत्ति में पड़ना
घी भी खाओ और पगड़ी भी रक्खों - इतना खर्च करो कि इज्जत बनी रहे
काठ की हाँडी बार बार चूल्हे पर नही चढ़ती - काठ की हाँडी बार बार जल जाती है
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