1935 के भारत अधिनियम द्वारा प्रस्तावित फेडरल यूनियन में राजसी प्रांतो को शामिल करने के पीछे अंग्रेजों की असली मंशा थी - 

  • 1

    राष्ट्रवादी नेताओं के साम्राज्यवाद-विरोधी सिद्धांतो को व्यर्थ करने के लिए राजाओं का इस्तेमाल करना 

  • 2

    राजसी प्रांतो पर और अधिक प्रत्यक्ष राजनैतिक और प्रशासनिक नियंत्रण रखना 

  • 3

    अंग्रेजो द्वारा समस्त राजसी प्रांतो के संपूर्ण राजनैतिक और प्रशासनिक अधिग्रहण को अंततः प्रभावी बनाना 

  • 4

    उपनिवेश के प्रशासन में राजाओं को सक्रिय रुप से शामिल करना 

Answer:- 1

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book