रबींद्रनाथ टैगोर
प्रेमचंद
देवकीनंदन खत्री
भारतेंदु हरिश्चंद्र
बाबू देवकीनन्दन खत्री हिन्दी के प्रथम तिलिस्मी लेखक थे। उन्होंने चंद्रकांता, चंद्रकांता संतति, काजरि थे। कोठरी नरेंद्र मोहिनी, कुसुम, कमारी, वीरेंद्र वीर, गुप्त गोदना, कटोरा, भर, भूतनाथ जैसी रचनाए की। ‘भूतनाथ’ को उनके पुत्र दुर्गा प्रसाद खत्री ने पूरा किया।
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