एक धार्मिक राष्ट्र
एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र
एक पूंजीवादी राष्ट्र
एक धनिकतंत्रवादी राष्ट्र
न्याय - सामाजिक आर्थिक तथा राजनैतिक न्याय के वे प्रकार है जो संविधान मे भारतीय नागरिकों को देने की वकालत की गयी है,1 व्यक्ति 1 वोट राजनैतिक न्याय की प्राप्ति हेतु आवश्यक है[19,326], सामाजिक न्याय की प्राप्ति हेतु अस्पृश्यता का उन्मूलन, उपाधि का उन्मूलन किया गया है,[अनु 15,16,17,18], आर्थिक न्याय हेतु राज्य हेतु नीति निर्देशक तत्वों का प्रावधान रखा गया है। स्वतंत्रता- इसका अर्थ नागरिक पर बाध्यकारी तथा बाहरी प्रतिबंधों का अभाव है, एक नागरिका द्वारा दूसरे के अधिकारों का उल्लघंन करना निषेधित है, नागरिक स्वतंत्रता अनुच्छेद 19 में तथा धार्मिक स्वतंत्रता अनु 25-28 मे वर्णित है। समानता - स्तर तथा अवसरों की समानता स्थापित करना अनु 15 से 18 मे वर्णित है। बंधुत्व - भारतीय नागरिकों के मध्य बंधुत्व की भावना स्थापित करना, क्योकि इस के बिना देश में एकता स्थापित नहीं की जा सकती है भारत एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है
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