अंग्रेजी में
गुजराती में
उर्दू में
हिंदी में
‘हिंद स्वराज’ सन् 1909 में लंदन से दक्षिण अफ्रीका लौटते हुए जहाज पर हिन्दुस्तानियों के हिंसावादी पंथ को और उसी विचारधारावाले दक्षिणी अफ्रीका के एक वर्ग को दिए गए जवाब के रूप में लिखी यह पुस्तक पहले-पहल दक्षिण अफ्रीका में छपनेवाले साप्ताहिक ‘इंडियन ओपिनियन’ में प्रकट हुई थी। हिंद स्वराज महात्मा गाँधी द्वारा गुजराती में लिखी गई थी।
Post your Comments