सभी नागरिक कानून के सामने समान है
उसका कोई राज्य पर धर्म नहीं है
सभी वयस्कों को चुनावों में वोट देने का अधिकार है
सभी नागरिकों को भाषण देने की स्वतन्त्रता है
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, इसका तात्पर्य है कि उसका कोई राज्य पर धर्म नहीं है। अर्थात् कोई भी राज्य किसी भी धर्म विशेष को राज्य के धर्म के रूप में घोषित नहीं करेगा।
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