वस्तुओं और सेवाओं के आयात की मात्रा, निर्यात की मात्रा से अधिक हो जाती है।
वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात की मात्रा, आयात की मात्रा से अधिक हो जाती है।
आयात और निर्यात दोनों की मात्रा में कमीं आ जाती है।
वस्तुओं और सेवाओं के आयात की मात्रा निर्यात की मात्रा के बराबर रहती है।
Post your Comments