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अवधी
खड़ी बोली
ब्रजभाषा
अपभ्रंश
तुलसीदास द्वारा रचित विनय-पत्रिका (1585 ई.) व्यक्तिगत एकांतिक अनुभूतियों की अभिव्यक्ति की दृष्टी से एक अनूठा भक्ति काव्य है| यह ब्रजभाषा में लिखी गई है| इसमें 280 पद हैं तथा शांत रस की इसमें अधिक प्रधानता है|
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