India’s No.1 Educational Platform For UPSC,PSC And All Competitive Exam
शिक्षा को
विवेक को
बाजार को
साधना को
लेखक ने शिक्षा के सन्दर्भ में दो रस्ते बताए हैं- एक रास्ता चकाचौंध का जबकि दूसरा साधना का मार्ग| दूसरा मार्ग हमें शान्ति, सन्तोष तथा विवेक दे सकता है| पहले रास्ते को लेखक ने शिक्षा के संदर्भ में महत्व दिया है|
Your comments will be displayed only after manual approval.
Post your Comments