बच्चों को पास-फेल करना वास्तव में व्यवस्थागत विफलताओं को बच्चों के सिर मढ़ना है
परीक्षा और फेल हो जाने का डर वास्तव में बच्चों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनकर काम करता है
कक्षा 8 तक विद्यार्थियों को फेल नहीं करने के प्रावधान के कारण देश में शिक्षा का स्तर गिर रहा है
कक्षा 8 तक विद्यार्थियों को फेल न किए जाने के प्रावधान के कारण ही विधार्थी सीख नहीं पा रहे हैं
शैक्षिक प्रक्रियाओं के मूल्यांकन के सन्दर्भ में हम इस कथन से सहमति प्रकट करेंगे कि बच्चों को पास-फेल करना वास्तव में व्यवस्थागत विफलताओं को बच्चे के सिर मढ़ना है, क्योंकि बच्चे को जो सिखाया जाता है, वह उसी के अनुरूप उत्तर लिखता है |
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