अपनी स्वयं की और अन्य लोगों की भावनात्मक बुद्धि की पहचान करना।
अपनी भावनाओं को दृढ़ता से व्यक्त करना
सोच और व्यवहार को निर्देशित करने के लिए भावनात्मक सूचना का प्रयोग करना
उत्तम प्रेक्षण, वैज्ञानिक चिन्ततन और निगमनात्मक तर्कना
परिवेश के प्रति अनुकूलन हेतु भावनाओं का समायोजन
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