करिकाल
नेथदल
इदनजोरियल
शेनगुट्टवन
चेर वंश का सबसे प्रतापी शासक जिसका गुणगान कवि कभी परणर ने किया है। इस शासक को लाल (भला चोर) भी कहा जाता है। इसने भी अधिराज की उपाधि धारण की तथा चेर राज्य में पत्तिनी (पत्नी) पूजा प्रारंभ की जिसका उल्लेख दसगीत में मिलता है। इसे कण्णवी पूजा भी कहते हैं।
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