कर्म
विराग
निष्ठा
अहिंसा
अहिंसा जैन धर्म का आधारभूत नैतिक मूल्य है। जैन धर्म में अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य एवं अपरिग्रह नामक पाँच महाव्रत की व्यवस्था की गई है। अहिंसा - जीव की हिंसा/हत्या न करना सत्य - सदा सत्य बोलना अपरिग्रह - संपत्ति अर्जित न करना अस्तेय - चोरी न करना ब्रह्मचर्य - इंद्रियों को वश में करना
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