मंदिर निर्माण शैली
ग्राम - सभा
स्मारक
राजदरबार में अधिकारी समूह
पंचायतन मंदिर निर्माण की विशिष्ट शैली है इसके नाम कि उत्पत्ति संस्कृत शब्द पंच (पांच) और आयतन (मुक्त) से हुआ है। जिसमें मुख्य देवता शिव या किसी अन्य देवता या देवी को मुख्य मंदिर में स्थापित किया जाता था और उसके चारों ओर निर्मित गौण मंदिरों में चार अन्य अनुचर देवता रखे जाते थे। इस शैली का उदाहरण- खजुराहों में कंदरिया महादेव मंदिर, भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर, उत्तर प्रदेश के देवगढ़ में दशावतार मंदिर है।
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