वाकाटक
चालुक्यों
पल्लवों
सातवाहनों
दक्षिण भारतीय द्रविड़ स्थापत्य शैली में निर्मित विरूपाक्ष मंदिर हम्पी (कर्नाटक) में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। विरूपाक्ष मंदिर पंपापति तथा श्री लोकेश्वर महाशिला प्रसाद के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण लोकमहादेवी (विक्रमादित्य द्वितीय की प्रथम पत्नी) द्वारा कांचीपुरम् के पल्लवों पर विक्रमादित्य द्वितीय की विजय प्राप्ति के लिए इसे मंदिर का निर्माण करवाया गया था। इसका प्रमुख वास्तुकार गुण्ड थे, जिसे त्रिभुवनाचार्य की उपाधि से विभूषित किया गया था।
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