उदयगिरी
चन्द्रगिरी
नागलापुर
वारंगल
कृष्णदेव (1509-1529 ई.) महान सेनानायक विजेता एवं प्रशासक होने के साथ-साथ कला, संस्कृति व साहित्य का प्रेमी भी था। उसने अपने प्रसिध्द तेलुगू ग्रंथ ‘अमुक्तमाल्यद’ में अपने राजनीतिक एवं प्रशासनिक नीतियों का विवेचन किया है। अपनी राजधानी विजयनगर के निकट नागलापुर नामक नगर की स्थापना भी की थी।
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