अल फिहरिश्वत
किताब अल बयाँ
मज्म-उल-बहरीन
सिर्र-ए-अकबर
शाहजहाँ और मुमताज महल के सबसे बड़े पुत्र दारा शिकोह ने बापन उपनिषदों का फारसी में अनुवाद ‘सिर्र-ए-अकबर’ के नाम से किया। दारा को उसकी सहिष्णुता एवं उदारता के लिए ‘लेनपूल ने लघु’ अकबर कहा है। शाहजहाँ ने दारा ‘शाहबुलन्द इकबाल’ की उपाधि दी थी। दार ने एक मौलिक पुस्तक ‘मज्म-उल-बहरीन’ की भी रचना की थी।
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