कलानिधि
नृत्यरत्नकोष
सुधा प्रबंध
रसिकप्रिया
मेवाड़ नरेश राणा कुम्भ संगीत की तीन विधाओं गीत, वाद्य एवं नृत्य के विद्वान थे। उनकी पुत्री रमाबाई भी संगीतशास्त्र की ज्ञाता थी, जिसे वागीश्वरी उपनाम मिला था। राणा कुम्भा ने संगीतामीमांसा, रसिक प्रिया, संगीतराज, सुधा प्रबंध, संगीत रत्नाकर टीका, कामराज-रतिसार, नृत्य रत्न कोष आदि ग्रंथों की रचना की। मेवाड़ नरेश राणा कुम्भा की मृत्यु अपने ही पुत्र उदा सिंंह के हाथों हुई।
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