रवीन्द्रनाथ टैगोर
महात्मा गाँधी
चितरंजन दास
सुभाषचन्द्र बोस
स्वदेशी एवं असहयोग आन्दोलन में बड़े पैमाने पर विदेशी कपड़ों की होली जलायी गयी, इस कृत्य को रविन्द्रनाथ टैगोर ने “निष्ठुर बर्बादी” जबकि गाँधी जी ने इसे ‘सर्वोत्तम उपाय’ बताया। सुभाष चन्द्र बोस एवं चितरन्जन दास भी विदेशी कपड़ों के जलाए जाने के गाँधी जी के विचार के पक्ष में थे।
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