1, 2 और 4
2 और 4
1, 2 और 3
उपरोक्त सभी
1905 ई. के बंगाल विभाजन के विरोधस्वरूप स्वदेशी आन्दोलन प्रारम्भ हुआ, जिसका विस्तार बंगाल के साथ-साथ पंजाब, मध्य प्रान्त, संयुक्त प्रान्त, बंबई प्रान्तों में था। सरकार ने आंदोलन को दुर्बल करने के लिए व हिन्दू-मुस्लिम एकता को नष्ट करने के लिए मुस्लिम लीग के गठन को प्रोत्साहित किया। इस घृणित कार्य से अप्रसन्न होकर कुछ विशिष्ट मुसलमान भी स्वदेशी आंदोलन में सम्मिलित हो गए।
Post your Comments