A -2, B-1, C-3, D-4
A -1, B-2, C-3, D-4
A -2, B-1, C-4, D-3
A -1, B-2, C-4, D-3
प्रशासन में सहायता और परादर्श देने के लिए शिवाजी ने 8 मंत्रियों की एक परिषद की नियुक्ति की। जिसे ‘अष्ट प्रधान’ कहा जाता था। यह एक सलाहकारी संस्था थी, जिसके परामर्श को मानने के लिए शिवाजी बाध्य नहीं थे। इसमें पेशवा- सम्पूर्ण राज्य के सामान्य प्रशासन की देखभाल के लिए, अमात्य या मजमुआदार- वित्त मंत्री या आय-व्यय का प्रभारी, सुमंत या दबीर राज्य का विदेश मंत्री, सचिव या शुरूनवीस या चिटनिस पत्राचार विभाग, सेनापति- सैन्य विभाग, न्यायाधीश- न्याय संबंधी कार्यों के लिए तथा पण्डित राव धार्मिक मामलों में राजा का मुख्य सलाहकार था।
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