अधिक दाब पर पानी कम तापक्रम पर उबलने लगता है।
अधिक दाब पर पानी अधिक तापक्रम पर उबलने लगता है।
पानी अधिक ताप पर उबलता है लेकिन अधिक दाब पर ऊष्मा की मात्रा अधिक होती है।
कुकर के अन्दर संवहन धाराएं उत्पन्न हो जाती हैं।
प्रेशर कुकर का ढक्कन अपनी विशेष बनावट के कारण कुकर को पूर्णतः बंद कर देता है, जिससे कुकर को गर्म करने पर उसमें उत्पन्न वाष्प कुकर से बाहर नहीं निकल पाती है। यह वाष्प कुकर के जल पर सामान्य वायुदाब से अधिक दबाव डालती है जिससे जल का क्वथनांक 100°C से बढ़कर लगभग 120°C हो जाता है। इस प्रकार, अधिक दबाव के कारण ऊष्मा (तापमान) की मात्रा बढ़ जाती है और इसी बढ़ी हुई ऊष्मा के कारण खाना जल्दी पक जाता है।
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