निर्वात में चल सकती हैं।
केवल ठोस माध्यम में चल सकती हैं।
केवल गैंसों में चल सकती हैं।
ठोस तथा गैस दोनों माध्यमों में चल सकती हैं।
ध्वनि तरंगों के संरचण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता होती है, इसलिए ये ठोस, द्रव एवं गैस तीनों माध्यमों में चल सकती है। परन्तु, इनकी गति गैसीय माध्यम (वायु में 332 मी.से.) में कम, द्रव मध्यम में उससे अधिक (जल में - 1400 मी./से.) तथा ठोस माध्यम में सर्वाधिक (लोहे में - 500 मी./से.) होती है।
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