वे साधारणतः लाल रंग की होती है।
वे नाइट्रोजन और पोटाश से समृध्द होती हैं।
इन मिट्टयों में टैपियोका और काजू की अच्छी उपज होती है।
(A) और (C) दोनों
लैटेराइट मिट्टी लौह ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण लाल रंग की होती है। यह मिट्टी लौह एवं एल्युमिनियम से समृध्द होती है जबकि इसमें नाइट्रोजन, पोटाश, चूना तथा जैविक पदार्थों की कमी होती है। यह मिट्टी काजू एवं कसावा आदि फसलों के उत्पादन के लिए अच्छी मानी जाती है।
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