प्रोटिस्टा
मोनेरा
प्रोटोजोआ
इनमें से किसी में नहीं
विषाणु अतिसूक्ष्म एवं अकोशिकीय संरचना वाले न्यूक्लियो प्रोटीन कण हैं जिनमें प्रोटीन के आवरण से घिरा न्यूक्लिड अम्ल पाया जाता है। विषाणु जीवित परपोषी के शरीर में पहुँचकर सजीवों के समान लक्षण प्रकट करते हैं, परन्तु स्वतंत्र अवस्था में निर्जीवों के समान व्यवहार करते हैं। इसीलिए, इन्हें सजीव एवं निर्जीव के बीच की कड़ी माना जाता है। विषाणुओं को जन्तुओं के वर्गीकरण में किसी भी जगत में शामिल नहीं किया गया है।
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