कवकों का अध्ययन माइकोलॉजी के अंतर्गत किया जाता है।
कवक उन स्थानों पर पाए जाते हैं, जहाँ जीवित अथवा मृत कार्बनिक पदार्थ की उपस्थिति होती है।
कवक अपना भोजन स्वयं बनाते हैं।
यीस्ट एवं मशरूम कवक के उदाहरण हैं।
कवक एक कोशिकीय अथवा बहुकोशिकीय यूकैरियॉटिक जीव हैं जिनकी कोशिकाओं में केन्द्रक एवं केन्द्रक कला पायी जाती है। बहुकोशिकीय कवकों का शरीर धागे जैसे कवक-सूत्रों से बना होता है। इनमें पर्णहरित नहीं पाया जाता है, इसलिए ये अपना पोषण अन्य पौधों एवं जन्तुओं से प्राप्त करते हैं। पोषण के आधार पर कवक तीन प्रकार के होते हैं- सहजीवी, परजीवी तथा मृतोपजीवी।
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