यह शरीर में निर्मित हानिकारक एवं विषाक्त अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने की जैविक क्रिया है।
कार्बन डाइऑक्साइड, जल, यूरिया, अमोनिया यूरिक अम्ल उत्सर्जी पदार्थ हैं।
मनुष्य नाइट्रोजन का उत्सर्जन यूरिक अम्ल के रूप में करते हैं।
उत्सर्जन के आधार पर जंतुओं को अमोनोटेलिक, यूरियोटेलिक तथा यूरिकोटेलिक वर्गों में विभाजित किया जाता है।
कथन 3 असत्य है, जबकि शेष कथन सत्य हैं। मनुष्य सहित सभी स्तनधारी तथा अधिकांश उभयचर भी (मेंढक व कछुए) नाइट्रोजन का उत्सर्जन यूरिया के रूप में करते हैं। अमोनिया का नाइट्रोजन का उत्सर्जन यूरिया के रूप में करते हैं। अमोनिया का उत्सर्जन करने वाले जंतुओं (मछलियाँ, केकड़ा, प्रोटोजोआ) को अमोनोटेलिक तथा यूरिक अम्ल का उत्सर्जन करने वाले जन्तुओं (पक्षी, सरीसृप, कीट आदि) को यूरिकोटेलिक कहा जाता है।
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