स्वजीवी उत्पादक
परजीवी उपभोक्ता
मृतोपजीवी विबन्धक
तृणभक्षी गौण उपभोक्ता
ये अपना भोजन जीवित जन्तु या पादप कोशिकाओं से प्राप्त करते हैं। स्ट्रेप्टोकोकस क्लाउस्ट्रीडियम आदि इसी प्रकार के जीवाणु हैं। स्वजीवी अपना आहार स्वयं तैयार करते हैं जैसे हरे पौधे, मृतोपजीवी अपना आहार मृत कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त करते हैं। वास्तव में ये अपघटन का कार्य करते हैं वैसिलय टेमोसस इसी प्रकार का जीवाणु है। तृणभक्षी- यह गौण उपभोक्ता न होकर प्राथमिक उपभोक्ता है, यह केवल शाकाहारी होते हैं जैसे- खरगोश।
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