निम्नलिखित किस फसल में नील हरित शैवाल, मुख्यतः जैव-उर्वरक के रूप में प्रयोग होते हैं -

  • 1

    गेहूँ

  • 2

    चना

  • 3

    सरसों

  • 4

    धान

Answer:- 4
Explanation:-

नील-हरित शैवाल पारिस्थितिकी की दृष्टि से भिन्न तकनीकी दृष्टि से सुगम्य तथा धान-उत्पादक कृषकों द्वारा स्वीकार्य निवेश द्रव्य है। यह एक कोशीय जीवाणु या सरल सूत्रों या मंडलों के रूप में पाए जाते हैं। इनकी प्रमुख विशेषताएं हैं- उनके प्रकाश - संश्लेषी रंजक (क्लोरोफिल) और प्रकाश स्वजीवी पोषण। नील-हरित शैवाल में एक विशिष्ट कोशिका हेटरोसिस्ट पाई जाती है जो स्वतंत्र वायुमंडलीय नाइट्रोजन का यौगिकीकरण करती है।

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