1 अप्रैल, 1957 से
1 अप्रैल, 1965 से
1 जून, 1964 से
1 अक्टूबर, 1961 से
भारत में 1 अप्रैल, 1957 से मुद्रा की दशमलव प्रणाली अपनाई गई। इसके अंतर्गत रूपये की मूल्य एवं नाम अपरिवर्तित रहा, परन्तु इसे 100 पैसों में विभाजित किया गया तथा इसके पूर्ववर्ती विभाजन (16 आना और 64 पैसे) समाप्त कर दिए गए। 1 अप्रैल, 1957 के बाद ढाले एग नए सिक्कों (1, 2, 5, 10, 25 तथा 50 पैसे) नाम दिया गया। 1 जून, 1964 के बाद इन सिक्कों से नया शब्द हटा दिया गया।
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