विश्व अर्थव्यवस्था में तकनीकि प्रगति होती है।
देश में पूँजी निर्माण होता है।
देश में जनसंख्या वृध्दि होती है।
विश्व अर्थव्यवस्था में व्यापार की मात्रा बढ़ती है।
अर्थशास्त्रियों ने पूँजी निर्माण को आर्थिक विकास का सबसे महत्वपूर्ण तत्व माना है। आर्थिक संवृध्दि से अभिप्राय, एक निश्चित समयावधि में किसी अर्थव्यवस्था में होने वाली वास्तविक आय में वृध्दि से है। प्रायः सकल राष्ट्रीय उत्पाद, सकल घरेलू उत्पाद तथा प्रतिव्यक्ति आय में वृध्दि होने को आर्थिक संवृध्दि कहा जाता है।
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