वह स्थल जहाँ व्यक्तियों का अन्तिम संस्कार होता था
वह स्थल जहाँ वैदिक आहुतियाँ दी जाती थी
नवपाषाण युग के मवेशी रखने वालों की बस्ती के अवशेष
भट्ठे , जहाँ बर्तन पकाए जाते थे
नव पाषाण कालीन संस्कृति से - इस काल में मानव को कृषि एवं पशुपालन का सर्वप्रथम व्यवस्थित ज्ञान हुआ इस काल में ग्राम जीवन का विकास हुआ। इस काल में हाथ और चाक निर्मित मिट्टी के बर्तन की तकनिकी का विकास हुआ। यहीं से आंध्र प्रदेश का उतनूर सम्बन्धित है।
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