अनुवादन
प्रदीप्ति
उद्भवन
आयोजन
सृजनात्मक समस्या समाधान की वह अवस्था, जिसमें व्यक्ति समस्या पर ध्यान नहीं देता है, वह अवस्था उद्भवन कहलाती है। इस अवस्था में व्यक्ति सूचना के बारे में चेतन रुप से चिंतन करना छोड़ देता है परन्तु अचेतन रुप से समस्या के बारे में सोचता रहता है। उद्भवन काल में कोई नई सूचना, नया ज्ञान अथवा अनुभव भण्डार में जमा नहीं होता है।
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