पर्वतीय (मोंटेन वन)
गरान (मैंग्राव) वन
कंटीला वन
ऊष्मकटिबन्धीय पर्णपाती
ध्यातव्य है कि देश के कुल मैंग्रोव आवरण का 44.43% (2106 वर्ग किमी.) क्षेत्रफल केवल पश्चिम बंगाल के सुन्दर वन क्षेत्र का है। महाद्वीपों के किनारे समुद्रों की लहरों के प्रचण्ड थपेड़ों से निरन्तर टूटते-बिखरते रहते हैं। इन्हीं किनारों पर अनेक बड़ी-बड़ी नदियाँ समुद्र समाधि लेती है। इसलिए वहाँ खारे और मीठे पानी का अद्भूत संगम होता है। इस विशिष्ट प्रकार के जलों में एक अनोखी वनस्पति उगती है, जिसे मैंग्रोव अथवा कच्छ वनस्पति कहते हैं। सुन्दर वन, पिचवरम, भितर कणिका प्रसिद्ध मैंग्रोव स्थल है।
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