बफर
विलायक
विलेय
उत्प्रेरक
जिस पदार्थ की उपस्थिति में अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है उसे उत्प्रेरक कहते हैं। विलयन में जो पदार्थ अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में होता है, उसे विलायक कहते हैं तथा जो पदार्थ कम मात्रा में उपस्थित रहते हैं, उसे विलेय कहते हैं। विलयन स्थायी एवं पारदर्शक होता है।
Post your Comments