'करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान' - इस लोकोक्ति का तात्पर्य क्या है?

  • 1

    अभ्यास मूर्ख को भी चतुर बना देता है।

  • 2

    अनिश्चय में सफलता मिलती है।

  • 3

    अभ्यास से जड़मति होती है।

  • 4

    सुजान अभ्यास से जड़ हो जाता है।

Answer:- 1

Post your Comments

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book