हीनयान अवस्था का विशालतम् एवं सर्वाधिक विकसित शैलकृत चैत्य गृह स्थित है - 

  • 1

    वेडसा 

  • 2

    जुन्नार

  • 3

    कार्ले 

  • 4

    पीतल खोरा 

Answer:- 2
Explanation:-

हीनयान अथवा स्थाविखाद रूढ़ीवादी बौद्ध परंपरा है। प्रथम बौद्ध धर्म की दो ही शाखाएं थी, हीनयान निम्न वर्ग (गरीब) और महायान उच्च वर्ग (अमीर) हीनयान एक व्यक्तिवादी धर्म था इसका शाब्दिक अर्थ है निम्न मार्ग यह मार्ग केवल  भिक्षुओं के लिए संभव था। हीनयान संप्रदाय के लोग परिवर्तन अथवा सुधार के विरोधी थे।

Post your Comments

2

  • 16 Aug 2020 09:27 AM

iska ans to 3rd hai sir

  • 25 Sep 2020 05:59 PM

Your comments will be displayed only after manual approval.

Test
Classes
E-Book