वेडसा
जुन्नार
कार्ले
पीतल खोरा
हीनयान अथवा स्थाविखाद रूढ़ीवादी बौद्ध परंपरा है। प्रथम बौद्ध धर्म की दो ही शाखाएं थी, हीनयान निम्न वर्ग (गरीब) और महायान उच्च वर्ग (अमीर) हीनयान एक व्यक्तिवादी धर्म था इसका शाब्दिक अर्थ है निम्न मार्ग यह मार्ग केवल भिक्षुओं के लिए संभव था। हीनयान संप्रदाय के लोग परिवर्तन अथवा सुधार के विरोधी थे।
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iska ans to 3rd hai sir