खेत जोतने के पारम्परिक उपादान हल का स्थान अब ट्रैक्टर ने ले लिया है।
निरपराधी के विरूद्ध दंडनात्मक कार्यवाही का किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
श्रीमती रेड्डी जिस स्तर की नृत्यांगना है उनके पति उस स्तर के नृत्यांगन नहीं है।
शिक्षा प्रणाली जनोपयोगी होनी चाहिए।
Post your Comments