रंगमंच से
शास्त्रीय गायन से
लोकनृत्य से
कबड्डी से
हाथरस एवं कानपुर परंपराओं का सम्बन्ध रंगमंच से है। इसमें रामलीला और नौटंकी प्रमुख है। रामलीला में भगवान राम के जीवन की घटनाओं का मंचन किया जाता है। हाथरसी एवं कानपुरी नाट्य शैलियों में संवाद एवं गायन के प्रस्तुतीकरण को नौंटकी कहा जाता है।
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