रोहिणी (डिप्थीरिया)
धनुर्वात (टिटेनस)
खसरा
फुफ्फुस-क्षय
इनमें से कोई नहीं
टिटनेस (धनुर्वात), क्लॉस्ट्रिडीयम टिटेनी नामक जीवाणु के कारण होता है, जिसके परिणामस्वरूप पेशियों में संकुचन एवं प्रसारण नहीं हो पाता है। यह एक असंक्रामक रोग है। रोहिणी(डिफ्थीरिया), खसरा एवं फुफ्फुस-क्षय संक्रामक रोग होते हैं और एक मनुष्य से सीधे दूसरे मनुष्य में फैल जाते है।
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