इलेक्ट्रॉन
न्यूट्रॉन
पॉजीस्ट्रॉन
प्रोटॉन
नाभिकीय विखंडन में न्यूट्रॉन ट्रिगर के रूप में कार्य करते है, जिनके आघात से कृत्रिम रेडियोएक्टिव विखंडन की प्रक्रिया शुरू होती है। न्यूट्रॉन जब U235 जब से टकराता है, तो वह उसके द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है तथा U236 में बदल जाता है। जो अस्थायी होने के कारण तुरन्त दो खंडों में टूटकर न्यूट्रॉन व ऊर्जा का उत्सर्जन करता है।
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