जलोढ़ मिट्टी
लैटराइट मिट्टी
कपास की काली मिट्टी
मरूस्थलीय मिट्टी
कपास की काली मिट्टी को स्वतः कृष्ण मिट्टी कहा जाता है क्योंकि इनमें जलधारण करने की क्षमता सर्वाधिक होती है। अतः ये जल से संतृप्त होने पर मुलायम तथा चिपचिपी हो जाती है तथा सूखने पर इस मृदा में गहरी दरारें उत्पन्न हो जाती है। इस मृदा में अत्यधिक संकुचन तथा फैलाव के गुण पाये जाते है। इसलिए इसे स्वतः कृष्य वाली मृदा या स्वतः जुताई वाली मृदा कहते है।
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