आयाम में
आवृत्ति में
तरंगदैर्घ्य में
वेग में
किसी दर्पण में से परावर्तन के पश्चात तरंग के आयाम में परिवर्तन होता है। तरंग का आयाम बदल जाता है, तरंग की आवृत्ति, तरंगदैर्ध्य व वेग में कोई परिवर्तन नहीं होता है। जब किरण किसी चिकने व चमकदार पृष्ठ पर पड़ती है, तो किरण का अधिकांश भाग वापस लौट आता है, इसको 'परावर्तन' कहते हैं। परावर्तन की क्रिया में आपतन कोण का मान परावर्तन कोण के बराबर होता है। पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण ही हीरा चमकता है। चूंकि हीरे का अपवर्तनांक बहुत अधिक (2.4) होने के कारण इसका क्रांतिक कोण केवल 24° होता है। अत: जब विशेष रूप से काटे गए हीरे के अन्दर प्रकाश पड़ता है, तो यह हीरे के पृष्ठों पर बार-बार परावर्तित होता है
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