विधवा पुनर्विवाह
श्रमिक वर्गों की स्थिति में सुधार
कम आयु की हिन्दू लड़कियों को संरक्षण
बाल हत्या निषेध
उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम दो दशकों में बेहरामजी मालाबारी ने कम आयु की हिन्दू लड़कियों के संरक्षण के लिए संघर्ष किया । हिन्दू कन्याओं के विवाह की न्यूनतम आयु निश्चित करवाने के लिए बम्बई के पारसी बेहरामजी मालाबारी (1853-1915) ई. आगे आये और लड़कियों के विवाह की न्यूनतम आयु निश्चित करके बाल विवाह रोकने के लिए सरकार से प्रार्थना की थी।
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