कथन (A) : कृष्ण छिद्र (Black Hole) एक ऐसा खगोलीय अस्तित्व है जिसे दूरबीन से देखा नहीं जा सकता । कारण (R) : कृष्ण छिद्र पर गुरूत्वीय क्षेत्र इतना प्रबल होता है कि यह प्रकाश को भी बच निकलने नहीं देता। उपर्युक्त वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सही है- कूट :

  • 1

    A तथा R दोनों सही हैं तथा R,A की सही व्याख्या करता है

  • 2

    A तथा R दोनों सही है परन्तु R,A की सही व्याख्या नहीं करता है।

  • 3

    A सही है परन्तु R गलत है

  • 4

    A गलत है परन्तु R सही है

Answer:- 1
Explanation:-

प्रश्नगत कथन एवं कारण दोनों सही है और कारण कथन की सही व्याख्या है। कृष्ण छिद्र (ब्लैक होल) को दूरबीन से प्रत्यक्षत: देख पाना संभव नहीं है क्योंकि अत्यधिक उच्च घनत्व होने के कारण इसका प्रबल गुरूत्वीय क्षेत्र किसी भी प्रकार के विकिरण यहां तक कि प्रकाश किरणों की भी निकलने नहीं देता है। अंतरिक्ष दूरबीनों द्वारा ब्लैक होल की उपस्थित का पता उसके आस-पास के पिंडो, तारों एवं गैसों के व्यवहार के द्वारा लगाया जाता है।

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