आदि शंकराचार्य
भर्तृहरि
चैतन्य
रामानंद
चुनारगढ़ में भर्तृहरि की अनूप वेदिका स्थित है। चुनारगढ़ पूर्वी उत्तर प्रदेश के चुनार में स्थित है। 3400 वर्ग गज में फैले इस गढ़ के अंदर सोनवा मंडप, बावन खंभा, सौर खड़ी भर्तुृहरि की समाधि, विक्रमादित्य द्वारा निर्मित भर्तृहरि मंदिर तथा बल्लभ संप्रदाय का कूप मंदिर आदि दर्शनीय विरासतें है। आदि गुरू शंकराचार्य का समधि स्थल केदारनाथ मंदिर(उत्तराखण्ड) के पास ही स्थित है। चैतन्य महाप्रभु का जन्म 18 फरवरी, 1786 को नवद्वीप (नदिया), पश्चिम बंगाल में तथा मृत्यु सन् 1534 में पुरी, उड़ीसा में हुई थी।
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